प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महाअभियान योजना, 2025 में मध्यप्रदेश राज्य के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। pm kusum yojana madhya pradesh का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाना है ताकि किसानों को सस्ती और स्थिर ऊर्जा मिल सके। pm kusum yojana mp 2025 के तहत, किसानों को सौर पंप सेट्स और ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट्स लगाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इसके अलावा, किसान अपनी उपज के लिए अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं, क्योंकि वे अपनी खेतों की अधिशेष बिजली को ग्रिड में बेच सकते हैं।
kusum yojana in mp किसानों को प्रति यूनिट सौर ऊर्जा की उच्च दर पर सब्सिडी भी प्रदान करती है। योजना के लाभार्थियों को सरकारी बैंकों और वित्तीय संस्थानों के माध्यम से ऋण सुविधा उपलब्ध कराई जाती है, जिससे वे आसानी से सौर ऊर्जा प्रणालियाँ स्थापित कर सकें। kusum yojana madhya pradesh में किसानों की ऊर्जा की जरूरतें पूरी होंगी और कृषि क्षेत्र में सतत विकास को बढ़ावा मिलेगा।
PM KUSUM Yojana Madhya Pradesh Online Registration कैसे करें?
- PM KUSUM Yojana MP Online Registration के लिए मध्यप्रदेश के किसानों को pm-kusum yojana official website पर पंजीकरण करना होगा।
- PM KUSUM Yojana Madhya Pradesh Online Registration प्रक्रिया के दौरान किसानों को अपनी व्यक्तिगत जानकारी और भूमि संबंधी दस्तावेज़ ऑनलाइन अपलोड करने होंगे।
- PM KUSUM Yojana Madhya Pradesh Apply Online करने के लिए, किसान वेबसाइट पर दिए गए निर्देशों का पालन करके आवेदन पत्र को सही ढंग से भर सकते हैं।
- योजना के तहत पंजीकरण के बाद, किसानों को सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए सब्सिडी और वित्तीय सहायता प्राप्त होगी।
- PM KUSUM Yojana Madhya Pradesh Online Registration के सफल समापन के बाद, किसानों को उनकी परियोजनाओं के लिए स्वीकृति पत्र जारी किया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से, किसानों को अपनी कृषि भूमि पर सौर ऊर्जा पैनल लगाने और ग्रिड में बिजली बेचने का अवसर मिलेगा।
How to Check Pradhan Mantri Kusum Yojana Madhya Pradesh Status?

- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: प्रधानमंत्री कुसुम योजना मध्यप्रदेश का स्टेटस चेक करने के लिए, सबसे पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- लॉगिन करें: वेबसाइट पर जाने के बाद, अपने रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड का उपयोग करके लॉगिन करें। यदि आपने पहले से अकाउंट नहीं बनाया है, तो पहले पंजीकरण करें।
- स्टेटस चेक विकल्प: लॉगिन करने के बाद, मेन्यू में ‘स्टेटस चेक’ या ‘आवेदन स्थिति’ (Application Status) विकल्प का चयन करें।
- रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करें: स्टेटस चेक पेज पर, आपको अपना PM Kusum Yojana Madhya Pradesh Online Registration नंबर या एप्लिकेशन नंबर दर्ज करना होगा।
- स्टेटस देखें: जानकारी दर्ज करने के बाद ‘सबमिट’ या ‘व्यू स्टेटस’ बटन पर क्लिक करें। आपके आवेदन का वर्तमान स्टेटस स्क्रीन पर दिखाई देगा।
- स्टेटस अपडेट्स: यदि आपका आवेदन किसी चरण में है, तो आप वेबसाइट पर नियमित रूप से लॉगिन करके स्टेटस अपडेट्स देख सकते हैं।
- समस्याओं के लिए संपर्क करें: यदि आपको स्टेटस चेक करने में कोई समस्या आती है, तो आप हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं या आधिकारिक ईमेल के माध्यम से सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
What are the objectives of Pradhan Mantri Kusum Yojana Madhya Pradesh?
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महाअभियान (PM-KUSUM) योजना के उद्देश्य, मध्यप्रदेश
- सौर ऊर्जा का प्रसार: कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना ताकि किसानों को सस्ती और स्थिर ऊर्जा प्राप्त हो सके।
- कृषि पंपों का विद्युतीकरण: सौर पंप सेट्स को स्थापित कर कृषि पंपों के विद्युत खपत को कम करना और लागत में कमी लाना।
- अतिरिक्त आय का स्रोत: किसानों को अपनी फसलों से प्राप्त अधिशेष बिजली को ग्रिड में बेचने की सुविधा प्रदान करना, जिससे उन्हें अतिरिक्त आय प्राप्त हो।
- सतत ऊर्जा आपूर्ति: किसानों को निरंतर और विश्वसनीय ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करना, जिससे उनकी कृषि गतिविधियाँ बिना किसी व्यवधान के चल सकें।
- आर्थिक सहायता और सब्सिडी: सौर ऊर्जा प्रणालियाँ स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता और सब्सिडी प्रदान करना ताकि किसानों को आर्थिक रूप से सहारा मिल सके।
- ऋण सुविधा: सौर ऊर्जा प्रणालियों की स्थापना के लिए सरकारी बैंकों और वित्तीय संस्थानों के माध्यम से ऋण सुविधा उपलब्ध कराना, जिससे किसानों को निवेश करने में सहूलियत हो।
- वातावरणीय लाभ: पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के स्थान पर सौर ऊर्जा का उपयोग करके पर्यावरणीय प्रदूषण को कम करना और सतत विकास को बढ़ावा देना।
Chief Minister’s Solar Scheme MP: Solar energy benefits both home and agriculture
मुख्यमंत्री सोलर योजना MP मध्यप्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य राज्य में सौर ऊर्जा का अधिकतम उपयोग करना और किसानों तथा घरेलू उपभोक्ताओं को इससे लाभान्वित करना है। यह योजना दो मुख्य क्षेत्रों पर केंद्रित है: कृषि के लिए सोलर पंप और घरों के लिए सौर ऊर्जा प्रणालियाँ।
1. किसानों के लिए सोलर पंप सेट्स
PM Solar Yojana के तहत, राज्य के किसानों को सब्सिडी पर सोलर पंप सेट्स उपलब्ध कराए जाते हैं। ये पंप सेट्स सौर ऊर्जा से चलते हैं, जिससे किसानों को बिजली या डीजल पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। इसके प्रमुख लाभ हैं:
- खर्च में कमी: सोलर पंप के उपयोग से बिजली और डीजल की लागत में कमी आती है, जिससे किसानों की उत्पादन लागत घटती है।
- निरंतर ऊर्जा आपूर्ति: सौर ऊर्जा के माध्यम से किसानों को दिन के समय में निरंतर बिजली मिलती है, जिससे सिंचाई कार्य में कोई बाधा नहीं आती।
- पर्यावरण संरक्षण: सोलर पंप्स का उपयोग पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों की अपेक्षा पर्यावरण के लिए अधिक अनुकूल है, क्योंकि यह ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करता है।
2. घरेलू सोलर योजना
Kusum Solar Pump Yojana MP के अंतर्गत, घरेलू उपभोक्ताओं को भी सोलर पैनल लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस योजना के तहत:
- बिजली बिल में कमी: सोलर पैनल्स के माध्यम से घरों में बिजली का उत्पादन किया जा सकता है, जिससे घरेलू बिजली बिल में काफी कमी आती है।
- अतिरिक्त आय का स्रोत: यदि सौर ऊर्जा से उत्पन्न बिजली की खपत कम होती है, तो उसे ग्रिड में बेचकर अतिरिक्त आय अर्जित की जा सकती है।
- लंबी अवधि का लाभ: एक बार सोलर पैनल स्थापित हो जाने के बाद, यह कई वर्षों तक बिजली की आवश्यकता को पूरा करता है, जिससे लंबे समय तक बिजली पर खर्च कम हो जाता है।
मुख्यमंत्री सोलर योजना MP से राज्य के किसानों और घरेलू उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिल रही है। यह योजना न केवल आर्थिक रूप से फायदेमंद है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। सौर ऊर्जा का उपयोग करके न केवल बिजली की समस्या का समाधान हो रहा है, बल्कि यह स्थायी और स्वच्छ ऊर्जा स्रोत के रूप में भी स्थापित हो रहा है।
What is the eligibility criteria of PM Kusum Yojana?
PM Kusum Yojana MP की पात्रता|
1. किसान:
- इस योजना का लाभ केवल मध्यप्रदेश राज्य के किसानों को मिलेगा। वे किसान जो कृषि कार्यों में संलग्न हैं और अपनी भूमि पर सौर पंप स्थापित करना चाहते हैं, पात्र हैं।
2. भूमि स्वामित्व:
- योजना का लाभ उठाने के लिए, किसान के पास कृषि योग्य भूमि का स्वामित्व होना आवश्यक है। भूमि के स्वामित्व का प्रमाण, जैसे कि भूमि रिकॉर्ड या पट्टा, आवेदन के समय प्रस्तुत करना होगा।
3. कृषि कनेक्शन:
- जिन किसानों के पास पहले से बिजली कनेक्शन है, वे भी इस योजना के लिए पात्र हैं। इसके अलावा, जिन किसानों के पास बिजली कनेक्शन नहीं है, वे सोलर पंप के लिए आवेदन कर सकते हैं।
4. सहकारी समितियाँ और समूह:
- कृषि उत्पादक संगठन (FPOs), सहकारी समितियाँ, पंचायतें, और जल उपयोगकर्ता संघ भी इस योजना के तहत सोलर पंप लगाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
5. ऋण पात्रता:
- जिन किसानों को योजना के तहत ऋण सुविधा की आवश्यकता है, उन्हें बैंक द्वारा निर्धारित क्रेडिट पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा।
6. सब्सिडी:
- सब्सिडी प्राप्त करने के लिए, किसानों को योजना के तहत सभी शर्तों और नियमों का पालन करना होगा, जो कि राज्य और केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित किए गए हैं।
7. नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग:
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाना है, इसलिए यह योजना उन किसानों के लिए है जो पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के बजाय सौर ऊर्जा का उपयोग करना चाहते हैं।
8. दस्तावेज़:
- आवेदन के समय किसानों को अपनी पहचान, भूमि स्वामित्व, और बैंक विवरण सहित आवश्यक दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होंगे।
यह पात्रता मानदंड सुनिश्चित करता है कि Kusum Yojana MP के अंतर्गत सही और जरूरतमंद किसानों को सौर ऊर्जा का लाभ मिल सके।
How To Download Kusum Yojana Eligibility PDF?
कुसुम योजना की पात्रता PDF डाउनलोड करने के तरीके:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:
- सबसे पहले, कुसुम योजना की पात्रता PDF Download करने के लिए आधिकारिक सरकारी वेबसाइट पर जाएं। आप ऊर्जा मंत्रालय, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE), या मध्यप्रदेश सरकार की संबंधित वेबसाइट देख सकते हैं।
- योजना अनुभाग खोजें:
- वेबसाइट पर पहुँचने के बाद, “योजना” या “Schemes” अनुभाग को खोजें। इसमें आपको कुसुम योजना से संबंधित जानकारी मिल सकती है।
- कुसुम योजना के दस्तावेज़ खोजें:
- योजना के तहत “Documents,” “Guidelines,” या “Downloads” नामक अनुभाग में जाकर कुसुम योजना की पात्रता PDF खोजें।
- PDF डाउनलोड करें:
- जब आपको कुसुम योजना की पात्रता PDF का लिंक मिल जाए, तो उस पर क्लिक करें। इसके बाद PDF फ़ाइल अपने डिवाइस में डाउनलोड कर सकते हैं।
- डायरेक्ट लिंक का उपयोग करें:
- यदि आपको वेबसाइट पर कुसुम योजना की पात्रता PDF नहीं मिल रही है, तो आप गूगल पर “कुसुम योजना की पात्रता PDF” लिखकर सर्च कर सकते हैं। इससे संबंधित डायरेक्ट लिंक भी मिल सकता है।
- डाउनलोड और सेव करें:
- PDF फ़ाइल डाउनलोड होने के बाद, आप इसे अपने डिवाइस में सेव कर सकते हैं और आवश्यकता पड़ने पर ऑफ़लाइन भी देख सकते हैं।
नोट: हमेशा जानकारी की प्रामाणिकता सुनिश्चित करने के लिए सरकारी वेबसाइट से ही कुसुम योजना की पात्रता PDF डाउनलोड करें।
PM Kusum Yojana MP के लाभ बताओ|
1. सौर ऊर्जा का उपयोग:
- MP Kusum Yojana में किसानों को सौर पंप लगाने के लिए सब्सिडी दी जाती है, जिससे वे सौर ऊर्जा का उपयोग कर सकते हैं। इससे बिजली और डीजल पर निर्भरता कम होती है और किसानों को सस्ती और स्थायी ऊर्जा प्राप्त होती है।
2. बिजली की बचत:
- सौर ऊर्जा के उपयोग से किसानों को बिजली के बिलों में भारी कमी आती है, जिससे उनकी उत्पादन लागत कम होती है और वे अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।
3. अतिरिक्त आय:
- किसान सौर ऊर्जा से उत्पन्न अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेच सकते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है। यह किसानों के लिए एक अतिरिक्त आय का स्रोत बन सकता है।
4. पर्यावरण संरक्षण:
- सौर ऊर्जा के उपयोग से ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन कम होता है, जिससे पर्यावरण को लाभ पहुंचता है। यह योजना पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
5. सिंचाई में सुधार:
- सौर पंपों के माध्यम से किसानों को निरंतर और स्थायी ऊर्जा मिलती है, जिससे सिंचाई की समस्या का समाधान होता है। इससे फसल उत्पादन में वृद्धि होती है।
6. सरकारी सहायता:
- योजना के तहत किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए वित्तीय सहायता और सब्सिडी प्रदान की जाती है। साथ ही, योजना के तहत ऋण सुविधा भी उपलब्ध होती है, जिससे किसानों को आर्थिक सहायता मिलती है।
7. रोजगार के अवसर:
- सौर ऊर्जा के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए नए रोजगार के अवसर उत्पन्न होते हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की स्थिति में सुधार होता है।
PM Kusum Yojana MP किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
How much discount is given to the farmers of Madhya Pradesh on solar pump sets under PM Kusum Yojana?
PM Kusum Yojana के तहत मध्यप्रदेश के किसानों को सौर पंप सेट्स पर दी जाने वाली सब्सिडी निम्नलिखित प्रकार से निर्धारित की जाती है:
- सोलर पंप सेट्स पर सब्सिडी की राशि:
- PM Kusum Yojana के तहत, किसानों को सौर पंप सेट्स की कुल लागत पर 60% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है। यह सब्सिडी केंद्रीय और राज्य सरकारों द्वारा संयुक्त रूप से दी जाती है।
- सोलर पंप की क्षमता:
- सब्सिडी की राशि पंप सेट्स की क्षमता (वाट में) के आधार पर निर्धारित की जाती है। सामान्यतः, 5 HP (हॉर्सपावर) से लेकर 10 HP तक के पंप सेट्स पर सब्सिडी उपलब्ध होती है।
- राज्य की योगदान राशि:
- मध्यप्रदेश सरकार द्वारा भी इस योजना के तहत किसानों को अतिरिक्त सहायता प्रदान की जाती है, जो कुल सब्सिडी राशि में शामिल होती है।
- केंद्र और राज्य की साझेदारी:
- केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर सब्सिडी की राशि का वितरण करती हैं। केंद्रीय सरकार 30% सब्सिडी देती है, जबकि राज्य सरकार 30% सब्सिडी का योगदान करती है, जिससे कुल मिलाकर 60% सब्सिडी प्राप्त होती है।
नोट: सब्सिडी की सटीक राशि और प्रक्रिया समय-समय पर अद्यतन हो सकती है। अधिक जानकारी के लिए, मध्यप्रदेश के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित सरकारी कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।
मध्यप्रदेश में PM Kusum Yojana के लिए उपलब्ध वित्तीय सहायता की राशि किस प्रकार से निर्धारित की जाती है?
मध्यप्रदेश में PM Kusum Yojana के लिए उपलब्ध वित्तीय सहायता की राशि निम्नलिखित प्रकार से निर्धारित की जाती है:
- सौर पंप सेट्स की लागत:
- PM Kusum Yojana के तहत वित्तीय सहायता की राशि सौर पंप सेट्स की कुल लागत के आधार पर निर्धारित की जाती है। आमतौर पर, किसानों को सौर पंप सेट्स की कुल लागत पर 60% तक की सब्सिडी दी जाती है, जो केंद्रीय और राज्य सरकारों द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान की जाती है।
- केंद्र और राज्य सरकार की सब्सिडी:
- केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सब्सिडी की राशि 30% होती है।
- राज्य सरकार द्वारा भी 30% की अतिरिक्त सब्सिडी प्रदान की जाती है।
- सौर पंप की क्षमता:
- सब्सिडी की राशि पंप सेट्स की क्षमता (वाट में) के आधार पर भी प्रभावित होती है। सामान्यतः, 5 HP से लेकर 10 HP तक के पंप सेट्स पर सब्सिडी उपलब्ध होती है।
- फायनेंसिंग और ऋण प्रावधान:
- अतिरिक्त वित्तीय सहायता के रूप में, किसानों को सरकारी बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा ऋण प्राप्त करने की सुविधा भी प्रदान की जाती है। यह ऋण किसानों को सौर पंप सेट्स की लागत को पूरा करने में मदद करता है। ऋण की राशि भी सौर पंप सेट्स की लागत और सब्सिडी के अनुपात पर आधारित होती है।
- राज्य सरकार की भूमिका:
- मध्यप्रदेश सरकार स्थानीय परिस्थितियों और आवश्यकताओं के आधार पर अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्रदान कर सकती है, जो योजना की कार्यान्वयन प्रक्रिया को सहज और सुविधाजनक बनाती है।
- दस्तावेज़ और प्रमाणन:
- वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए किसानों को अपनी भूमि की स्वामित्व की प्रमाणित कागजात, बिजली कनेक्शन प्रमाण पत्र, और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होते हैं।
इस प्रकार, PM Kusum Yojana के तहत वित्तीय सहायता की राशि सौर पंप सेट्स की लागत, सब्सिडी की प्रतिशतता, और स्थानीय परिस्थितियों पर निर्भर करती है।
PM Kusum Yojana MP 2025 की सूची में कौन-कौन सी जानकारी शामिल होती है और इसे कैसे प्राप्त करें?
PM Kusum Yojana MP 2025 की सूची में आमतौर पर निम्नलिखित जानकारी शामिल होती है:
- सौर पंप सेट्स की सूची:
- जिन किसानों को PM Kusum Yojana के तहत सौर पंप सेट्स के लिए स्वीकृति मिली है, उनकी सूची। इसमें पंप सेट्स की क्षमता, स्थान, और लाभार्थियों के नाम शामिल हो सकते हैं।
- स्वीकृत परियोजनाओं की सूची:
- PM Kusum Yojana के तहत मध्य प्रदेश में स्वीकृत सौर ऊर्जा परियोजनाओं की सूची। इसमें सौर पैनल और सौर पंप सेट्स की इंस्टॉलेशन साइट्स के विवरण शामिल हो सकते हैं।
- लाभार्थियों की सूची:
- PM Kusum Yojana MP 2025 के तहत चयनित लाभार्थियों की सूची, जिसमें किसान, उनके कृषि क्षेत्र, और आवेदन संख्या शामिल हो सकते हैं।
- वित्तीय सहायता की स्थिति:
- जिन किसानों को सौर पंप सेट्स के लिए वित्तीय सहायता या सब्सिडी स्वीकृत की गई है, उनकी सूची और सब्सिडी की राशि का विवरण।
- ऋण स्वीकृति की सूची:
- किसानों के लिए उपलब्ध ऋण की सूची, जिसमें ऋण स्वीकृति की स्थिति, बैंकों के नाम, और ऋण की राशि शामिल हो सकती है।
- विवाद और समस्याओं की स्थिति:
- योजना के तहत समस्याओं या विवादों की सूची, जिसमें समाधान की स्थिति और संबंधित अधिकारी की जानकारी शामिल हो सकती है।
कैसे प्राप्त करें:
- सरकारी वेबसाइट: मध्य प्रदेश सरकार या केंद्रीय मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आप PM Kusum Yojana MP 2025 से संबंधित नवीनतम सूचियाँ देख सकते हैं।
- स्थानीय कार्यालय: आप अपने क्षेत्र के कृषि या ऊर्जा विभाग के कार्यालय में जाकर भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- ऑनलाइन पोर्टल: कुछ सरकारी पोर्टल्स पर योजना की सूची और स्थिति ऑनलाइन चेक करने की सुविधा उपलब्ध होती है।
आपकी आवश्यकता के आधार पर, आप उपरोक्त विवरणों को प्राप्त करने के लिए संबंधित सरकारी विभागों से संपर्क कर सकते हैं या उनकी वेबसाइट पर जाकर अद्यतन जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
FAQ
मध्य प्रदेश के छोटे और सीमांत किसान इस योजना का लाभ उठा सकते हैं, जो सौर पंप सेट्स और अन्य सौर उपकरणों के लिए सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।
इस योजना के तहत, किसानों को सौर पंप सेट्स की लागत पर 40% तक की सब्सिडी प्राप्त होती है, जो केंद्रीय और राज्य सरकार द्वारा मिलकर प्रदान की जाती है।
सौर पंप सेट्स उच्च गुणवत्ता वाले सौर पैनल्स और पंपिंग सिस्टम से लैस होते हैं, जो स्थिर और प्रभावी पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करते हैं।
योजना के कार्यान्वयन में जिला कृषि अधिकारी, ब्लॉक विकास अधिकारी, और ग्राम पंचायत सदस्य शामिल होते हैं, जो आवेदन की जांच और अनुमोदन करते हैं।
योजना के तहत समस्याओं या शिकायतों के समाधान के लिए किसान अपने स्थानीय कृषि कार्यालय या संबंधित सरकारी विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
PM Kusum Yojana MP 2025 के लिए आवेदन की अंतिम तिथि आमतौर पर योजनाओं की अधिसूचना के आधार पर निर्धारित की जाती है। नवीनतम और सटीक तिथि जानने के लिए, मध्य प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित विभाग से संपर्क करना उचित रहेगा।