पीएम कुसुम योजना | PM Kusum Yojana

PM Kusum Yojana भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है जिसका उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा उत्पादन में शामिल करके उनकी आय को बढ़ाना है। कुसुम योजना के तहत किसानों को अपने खेतों में सोलर पंप स्थापित करने, सोलर पावर प्लांट लगाने और बंजर भूमि पर सोलर पैनल लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। पीएम कुसुम योजना के माध्यम से किसान न केवल अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर सकते हैं, बल्कि अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचकर आय भी अर्जित कर सकते हैं। प्रधानमंत्री कुसुम योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र को स्वच्छ ऊर्जा से सशक्त बनाना, किसानों की आय में वृद्धि करना और पर्यावरण को संरक्षित करना है।

Pradhanmantri Kusum Yojana के तहत, किसानों को उनके कृषि कार्यों के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप सेट उपलब्ध कराए जाते हैं। इससे डीजल और बिजली पर निर्भरता कम होती है और किसानों की सिंचाई लागत में कमी आती है। kusum Solar Yojana का मुख्य उद्देश्य है किसानों को सौर ऊर्जा के उपयोग के माध्यम से सशक्त बनाना, उनकी आय में वृद्धि करना, और पर्यावरण को संरक्षित करना। Pradhan Mantri Kusum Yojana किसानों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करती है ताकि वे सोलर पंप और सोलर पावर प्लांट स्थापित कर सकें। इसके परिणामस्वरूप, किसानों की ऊर्जा जरूरतें पूरी होती हैं और कृषि क्षेत्र में हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा मिलता है। 

PM Kusum Solar Subsidy Yojana Overview 

Here is the PM Kusum Solar Subsidy Yojana overview 

Details
Scheme Nameपीएम कुसुम (Pradhan Mantri Kisan Urja Suraksha Evam Utthaan Mahabhiyan) योजना
ObjectiveSolar Energy Promotion: सोलर ऊर्जा का उपयोग बढ़ानाImproving Agricultural Productivity: किसानों को विश्वसनीय बिजली प्रदान करना Reducing Carbon Footprint: स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग प्रोत्साहित करना
Components1. Component-A2. Component-B3. Component-C
Componenet – AInstallation of Solar Pumps: सोलर पंप की स्थापना के लिए सब्सिडीEligibility: वैध भूमि रिकॉर्ड और मौजूदा सिंचाई अवसंरचना वाले किसानSubsidy: सोलर पंप की लागत का 60% तक सब्सिडी, क्षेत्र और अन्य कारकों के आधार पर बदल सकती है
Componenet – BGrid-connected Solar Projects: ग्रिड-कनेक्टेड सोलर पावर प्रोजेक्ट्स की स्थापनाEligibility: किसान या किसान सहकारी समितियां जिनके पास भूमि होSubsidy: प्रारंभिक निवेश की लागत कम करने के लिए वित्तीय सहायता
Componenet – CStandalone Solar Pumps: स्टैंडअलोन सोलर पंप की स्थापना के लिए वित्तीय सहायताEligibility: दूरदराज के क्षेत्र जहां ग्रिड कनेक्टिविटी संभव नहीं हैSubsidy: घटक-A के समान, पर ध्यान मुख्य रूप से दूरस्थ और ऑफ-ग्रिड क्षेत्रों पर
BenefitsReduced Electricity Costs: पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम होने से बिजली की लागत में कमीIncreased Water Availability: सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता बढ़ाना Income Generation: अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचकर अतिरिक्त आय प्राप्त करना
Application ProcessApply Online/Offline: ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करेंSubmit Documents: भूमि स्वामित्व, मौजूदा सिंचाई व्यवस्था के दस्तावेज़ जमा करें Assessment and Approval: आवेदन का मूल्यांकन और स्वीकृति प्राप्त करेंInstallation and Commissioning: स्वीकृति के बाद सोलर उपकरण की स्थापना
Key Point Focus Areas: ग्रामीण और अंडरसेव्ड क्षेत्रों के किसानों को लाभ प्रदान करनाMonitoring and Evaluation: नियमित निगरानी और संसाधनों के कुशल उपयोग की पुष्टि

कुसुम योजना की पात्रता बताओ।

प्रधानमंत्री कुसुम योजना  की पात्रता संबंधी जानकारी को जानने के लिए आप नीचे दिए गए बिंदुओं को पढ़ सकते हैं। यह बिंदु योजना के पात्रता मानदंड को संक्षेप में बताते हैं:

कुसुम योजना की पात्रता:

  1. किसान: योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाले व्यक्ति को किसान होना आवश्यक है। यह योजना सभी प्रकार के किसानों के लिए खुली है, चाहे वे छोटे, मंझोले, या बड़े किसान हों।
  2. भूमि की स्थिति:
    • योजना के तहत उन किसानों को प्राथमिकता दी जाती है जिनके पास बंजर या अनुपयोगी भूमि है।
    • खेती योग्य भूमि पर भी योजना का लाभ उठाया जा सकता है यदि किसान सोलर पंप या सोलर पावर प्लांट लगाना चाहते हैं।
  3. सोलर पंप के लिए पात्रता:
    • जो किसान डीजल पंप का उपयोग कर रहे हैं और इसे सोलर पंप में बदलना चाहते हैं, वे इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।
    • वे किसान जो पहले से बिजली पंप का उपयोग कर रहे हैं, उन्हें भी योजना का लाभ मिल सकता है।
  4. अन्य शर्तें:
    • राज्य सरकारें अपने-अपने राज्यों में लागू अन्य शर्तें और नियम निर्धारित कर सकती हैं।
    • किसानों को योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।

आवश्यक दस्तावेज:

  • भूमि के स्वामित्व का प्रमाण पत्र
  • आधार कार्ड
  • बैंक खाता विवरण
  • पासपोर्ट साइज फोटो

PDF डाउनलोड:

कुसुम योजना की पात्रता की विस्तृत जानकारी के लिए आप कुसुम योजना की पात्रता PDF डाउनलोड कर सकते हैं। यह PDF सरकारी pm kusum yojana official website या कृषि विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध होती है। 

इस प्रकार, आप कुसुम योजना की पात्रता PDF को पढ़कर योजना के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

पीएम कुसुम योजना कौन कौन से राज्यों में चलायी गयी है?

पीएम कुसुम योजना कौन कौन से राज्यों में चलायी गयी है

प्रधानमंत्री किसान उर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान योजना भारत के निम्नलिखित राज्यों में चलाई गई है:

  1. कुसुम योजना उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री किसान उर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान योजना Kusum Yojana Up में सौर ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए चलाई गई है।  PM Kusum Yojana Up में कृषि उपकरणों के लिए ऊर्जा स्वतंत्रता बढ़ाने और किसानों की आय को बढ़ाने का उद्देश्य रखती है।
  1. कुसुम योजना राजस्थान: पीएम कुसुम योजना राजस्थान में किसानों को सौर ऊर्जा पंप्स के माध्यम से बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनकी कृषि उत्पादकता भी बढ़ाने का उद्देश्य रखती है। Kusum Yojana Rajasthan कृषि क्षेत्र में स्थायी विकास और किसानों की आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देने का प्रयास Pm kusum yojana rajasthan करती है और कुसुम योजना राजस्थान pdf भी उपलब्ध करवाती है जो कि आपको बिलकुल सरल भाषा में जैसे  PM Kusum Yojana In Hindi में भी मिल जाएंगे।
  2. PM Kusum Yojana MP: Kusum Yojana MP में किसानों को सस्ती और स्वच्छ सौर ऊर्जा प्रदान करने के लिए चलाई गई है। प्रधानमंत्री कुसुम योजना मध्य प्रदेश कृषि उपकरणों के लिए ऊर्जा की उपलब्धता को बढ़ाकर किसानों की उत्पादन क्षमता और आय में वृद्धि का लक्ष्य रखती है।
  1. PM Kusum Yojana Karnataka: कुसुम योजना कर्नाटक में किसानों को सस्ती और स्वच्छ सौर ऊर्जा उपलब्ध कराने और कृषि क्षेत्र की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए चलाई गई है।
  1. PM Kusum Yojana Haryana: कुसुम योजना हरियाणा में किसानों को सौर ऊर्जा के माध्यम से सस्ती और स्थायी बिजली उपलब्ध कराने और कृषि में ऊर्जा की लागत को कम करने के लिए चलाई गई है।
  1. Pm Kusum Yojana Maharashtra: कुसुम योजना महाराष्ट्र में किसानों को सौर ऊर्जा से सस्ती और भरोसेमंद बिजली प्रदान करने और कृषि की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए चलाई गई है।
  1. Kusum Yojana Jharkhand: कुसुम योजना झारखंड में किसानों को सस्ती सौर ऊर्जा प्रदान करने और कृषि क्षेत्र में ऊर्जा की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए चलाई गई है।
  1. गुजरात: किसानों को ऊर्जा की आत्मनिर्भरता प्रदान करना।
  1. पंजाब: कृषि क्षेत्र में ऊर्जा की लागत को कम करना।
  1. आंध्र प्रदेश: किसानों को स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा उपलब्ध कराना।
  1. तेलंगाना: कृषि में ऊर्जा की लागत को कम करना।
  1. बिहार: किसानों को सस्ती सौर ऊर्जा प्रदान करना।
  1. झारखंड: कृषि क्षेत्र में ऊर्जा की उपलब्धता बढ़ाना।
  1. पश्चिम बंगाल: सौर ऊर्जा से किसानों को सस्ती बिजली प्रदान करना।
  1. छत्तीसगढ़: कृषि उपकरणों के लिए स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराना।
  1. ओडिशा: सस्ती और भरोसेमंद बिजली प्रदान करना।
  1. उत्तराखंड: सौर ऊर्जा से कृषि की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करना।

How to do PM Kusum Yojana Registration?

How to do PM Kusum Yojana Registration?

प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं

कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए सबसे पहले आपको संबंधित राज्य या केंद्रीय सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। आमतौर पर यह वेबसाइट MNRE (Ministry of New and Renewable Energy) की होती है। आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके भी वेबसाइट पर जा सकते हैं:

MNRE आधिकारिक वेबसाइट

योजना के तहत रजिस्ट्रेशन पेज पर जाएं

वेबसाइट पर जाने के बाद, ‘कुसुम योजना’ या ‘PM-KUSUM’ संबंधित लिंक खोजें और उस पर क्लिक करें। यह आपको योजना के बारे में जानकारी और रजिस्ट्रेशन पेज पर ले जाएगा।

आवेदन फॉर्म भरें

  1. व्यक्तिगत जानकारी: अपना नाम, पिता का नाम, पता, और संपर्क जानकारी जैसे मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दर्ज करें।
  2. भूमि की जानकारी: अपनी कृषि भूमि का विवरण दर्ज करें, जैसे कि भूमि का आकार, खसरा नंबर, और भूमि का प्रकार (खेती योग्य या बंजर)।
  3. आधार कार्ड और बैंक विवरण: अपना आधार कार्ड नंबर और बैंक खाता विवरण दर्ज करें।
  4. सोलर पंप या प्लांट की जानकारी: यदि आप सोलर पंप या सोलर पावर प्लांट के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो उसकी जानकारी दर्ज करें।

आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें

आवेदन फॉर्म के साथ आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करें। इसमें निम्नलिखित दस्तावेज शामिल हो सकते हैं:

  • भूमि के स्वामित्व का प्रमाण पत्र
  • आधार कार्ड
  • बैंक खाता विवरण
  • पासपोर्ट साइज फोटो

फॉर्म जमा करें

सभी जानकारी और दस्तावेज सही प्रकार से भरने और अपलोड करने के बाद, सबमिट बटन पर क्लिक करें। सबमिट करने से पहले सभी जानकारी को एक बार फिर से जांच लें।

रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त करें

फॉर्म सबमिट करने के बाद आपको एक रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त होगा। इसे नोट कर लें या सुरक्षित स्थान पर रखें। भविष्य में आवेदन की स्थिति जानने के लिए इस रजिस्ट्रेशन नंबर की आवश्यकता होगी।

आवेदन की स्थिति जांचें

आपके द्वारा सबमिट किए गए आवेदन की स्थिति जानने के लिए वेबसाइट पर दिए गए स्टेटस चेक सेक्शन में जाकर अपना रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करें और आवेदन की स्थिति की जानकारी प्राप्त करें।

इस प्रकार, आप Offline या pm kusum yojana online registration कर सकते हैं। अधिक जानकारी और आवेदन के लिए संबंधित राज्य की सरकारी वेबसाइट या कृषि विभाग की वेबसाइट पर जा सकते हैं।

इन निम्नलिखित राज्यों में Online registration करने की सुविधा उपलब्ध है। 

  • कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन महाराष्ट्र
  • कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन up
  • कुसुम योजना राजस्थान ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
  • कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन jharkhand

यदि आपको Pm Kusum Yojana Details चाहिए तो आप इसकी Official Website पर जा कर इसकी proper details देख सकते हैं।

महाऊर्जा कुसुम योजना क्या है?

महाऊर्जा कुसुम योजना, महाराष्ट्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक पहल है जो प्रधानमंत्री कुसुम योजना का राज्य-विशिष्ट संस्करण है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा का उपयोग करके कृषि क्षेत्र में ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करना और उनकी आय को बढ़ाना है। इस योजना के अंतर्गत, Pm Kusum Yojana Maharashtra सरकार किसानों को सौर पंप सेटअप, सोलर पावर प्लांट्स और ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट्स स्थापित करने में सहायता प्रदान करती है। योजना का उद्देश्य राज्य में हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना और किसानों की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करना है।

महाऊर्जा कुसुम योजना के प्रमुख घटक:

  • सोलर पंप सेटअप:
    • किसानों को डीजल पंप से छुटकारा दिलाकर सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप सेट प्रदान किए जाते हैं।
    • इससे सिंचाई की लागत में कमी आती है और पर्यावरण को संरक्षण मिलता है।
  • सोलर पावर प्लांट:
    • किसान अपनी अनुपयोगी या बंजर भूमि पर सोलर पावर प्लांट लगा सकते हैं।
    • उत्पन्न बिजली को ग्रिड में बेचकर किसान अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं।
  • ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर:
    • कृषि पंपों के लिए ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट स्थापित किए जाते हैं।
    • इससे किसानों को बिजली की निरंतर आपूर्ति मिलती है और अतिरिक्त बिजली बेचने का अवसर भी मिलता है।

पात्रता:

  1. किसान: सभी प्रकार के किसान, चाहे वे छोटे, मंझोले या बड़े किसान हों।
  2. भूमि की स्थिति: खेती योग्य या बंजर भूमि होनी चाहिए जहां सोलर पंप या पावर प्लांट स्थापित किया जा सके।
  3. अन्य शर्तें: राज्य सरकार द्वारा निर्धारित अन्य शर्तें और नियम।

योजना के लाभ:

  • किसानों की ऊर्जा आवश्यकताओं को सौर ऊर्जा से पूरा करना।
  • सिंचाई की लागत में कमी और आय में वृद्धि।
  • पर्यावरण संरक्षण और हरित ऊर्जा का प्रोत्साहन।

संदर्भ:

  • अधिक जानकारी और ऑनलाइन आवेदन के लिए महाराष्ट्र महाऊर्जा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: Mahaurja

इस प्रकार, महाऊर्जा कुसुम योजना महाराष्ट्र राज्य के किसानों के लिए ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक लाभ का एक महत्वपूर्ण साधन है।

कुसुम योजना में अपना नाम कैसे देखें?

कुसुम योजना में अपना नाम कैसे देखें

PM Kusum Yojana के तहत अपनी आवेदन स्थिति और जानकारी देखने के लिए आप निम्नलिखित तरीकों का उपयोग कर सकते हैं:

1. PM Kusum पोर्टल

  • वेबसाइट पर लॉग इन करें: PM Kusum योजना के लिए आप की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपनी जानकारी देख सकते हैं।
  • स्टेटस चेक करें: वेबसाइट पर लॉग इन करके, आप अपनी आवेदन संख्या या अन्य विवरणों का उपयोग करके आवेदन की स्थिति देख सकते हैं। 
  • प्रधानमंत्री किसान सौर ऊर्जा योजना (PM-KUSUM)

2. स्थानीय ऊर्जा विभाग

  • स्थानीय कार्यालय में संपर्क करें: अपने स्थानीय ऊर्जा विभाग या पंचायत कार्यालय से संपर्क करें और अपनी आवेदन जानकारी पूछें।
  • आवेदन की स्थिति पूछें: वहाँ के अधिकारी आपको आपकी आवेदन स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान कर सकते हैं।

3. कृषि विभाग या संबंधित सरकारी एजेंसी

  • ऑफिस में जाएं: अपने स्थानीय कृषि विभाग या संबंधित सरकारी कार्यालय में जाकर अपनी आवेदन स्थिति की जानकारी प्राप्त करें।
  • फोन या ईमेल: कुछ राज्यों में, आप फोन या ईमेल के माध्यम से भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

4. ऑनलाइन हेल्पडेस्क या ग्राहक सेवा

  • हेल्पडेस्क नंबर: कुछ राज्यों में, एक हेल्पडेस्क नंबर प्रदान किया जाता है जहां आप अपनी आवेदन स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

इन विकल्पों का उपयोग करके, आप अपनी PM Kusum योजना की आवेदन स्थिति और अन्य संबंधित जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री कुसुम योजना का लाभ कैसे लें?

प्रधानमंत्री कुसुम योजना का लाभ कैसे लें

प्रधानमंत्री कुसुम योजना का लाभ लेने के लिए आपको निम्नलिखित प्रक्रियाओं का पालन करना होगा:

1. पात्रता की जाँच:

  • सुनिश्चित करें कि आप योजना की पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं। आम तौर पर, यह योजना उन किसानों के लिए है जिनके पास कृषि भूमि है और जो सौर पंप सेट्स की स्थापना की इच्छाशक्ति रखते हैं।

2. आवेदन प्रक्रिया:

  • ऑनलाइन आवेदन: कई राज्य सरकारों की वेबसाइट्स या पीएम-कुसुम के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
  • स्थानीय कार्यालय: अपने स्थानीय कृषि कार्यालय या जिले के ऊर्जा विभाग में जाकर भी आवेदन किया जा सकता है।

3. आवश्यक दस्तावेज:

  • आधार कार्ड
  • भूमि स्वामित्व प्रमाणपत्र
  • बैंक खाता विवरण
  • फोटो पहचान पत्र
  • सार्वजनिक उपयोगिता बिल

4. स्वीकृति और अनुमोदन:

  • आपके आवेदन की समीक्षा और अनुमोदन के बाद, राज्य या केंद्र सरकार द्वारा सब्सिडी की स्वीकृति दी जाएगी।
  • यदि आपकी आवेदन प्रक्रिया सही पाई जाती है, तो आपको एक स्वीकृति पत्र या अन्य आवश्यक दस्तावेज प्राप्त होंगे।

5. सोलर पंप सेट की स्थापना:

  • स्वीकृति के बाद, आपको एक प्रमाणित सोलर पंप विक्रेता से संपर्क करना होगा जो सोलर पंप सेट की स्थापना करेगा।
  • विक्रेता द्वारा सोलर पंप सेट की इंस्टॉलेशन और उसके बाद के रखरखाव की जिम्मेदारी होगी।

6. सपोर्ट और मेंटेनेंस:

  • सोलर पंप सेट की इंस्टॉलेशन के बाद, आपको उस पर तकनीकी सपोर्ट और मेंटेनेंस की जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
  • योजना के तहत, कुछ मेंटेनेंस सेवाएं और दावों के लिए एक वारंटी भी मिल सकती है।

7. वित्तीय सहायता:

  • सब्सिडी का लाभ प्राप्त करने के लिए, आपकी भुगतान की गई राशि और सब्सिडी राशि के विवरण को ध्यान से देखना होगा। केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर सब्सिडी प्रदान करती हैं, और आपको अपनी हिस्सेदारी का भुगतान करना होगा।

8. नियमित फॉलो-अप:

  • योजना के तहत सभी जरूरी फॉलो-अप और डॉक्यूमेंटेशन सुनिश्चित करना आवश्यक है ताकि भविष्य में किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।

संपर्क जानकारी:

  • राज्य ऊर्जा विभाग: अपने राज्य के ऊर्जा विभाग या कृषि विभाग से संपर्क करें, जहां वे योजना से संबंधित जानकारी और सहायता प्रदान कर सकते हैं।
  • स्थानीय कृषि कार्यालय: आपके जिला या तहसील कृषि कार्यालय से भी सहायता प्राप्त की जा सकती है।

इन कदमों का पालन करके आप प्रधानमंत्री कुसुम योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं और सौर पंप सेट्स की सहायता से अपनी कृषि गतिविधियों को बेहतर बना सकते हैं।

पीएम कुसुम योजना के घटक 

प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM-KUSUM) का उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा के उपयोग से सशक्त बनाना और कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना है। इस योजना के तीन मुख्य घटक (Components) हैं:

कम्पोनेंट-A: वि केंद्रित ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट्स

इस घटक का उद्देश्य 10,000 मेगावाट की विकेंद्रित ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट्स की स्थापना करना है।

  • स्थापना: किसान अपनी गैर-कृषि भूमि पर छोटे सोलर पावर प्लांट्स (0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट तक) स्थापित कर सकते हैं।
  • लाभ: किसान अतिरिक्त बिजली को स्थानीय ग्रिड को बेच सकते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है।
  • लक्ष्य: ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देना और ट्रांसमिशन लॉस को कम करना।

कम्पोनेंट-B: स्टैंडअलोन सोलर पंप्स

इस घटक का उद्देश्य 17.5 लाख स्टैंडअलोन सोलर पंप्स की स्थापना करना है।

  • स्थापना: किसानों को डीजल पंप की जगह सोलर पंप प्रदान किए जाते हैं।
  • लाभ: डीजल पंप्स की तुलना में सोलर पंप्स का रखरखाव कम होता है और वे पर्यावरण के अनुकूल होते हैं।
  • लक्ष्य: सिंचाई के लिए डीजल पर निर्भरता को कम करना और किसानों की लागत को घटाना।

कम्पोनेंट-C: ग्रिड कनेक्टेड सोलराइज्ड पंप्स

इस घटक का उद्देश्य 10 लाख ग्रिड कनेक्टेड सोलराइज्ड पंप्स की स्थापना करना है।

  • स्थापना: किसानों के मौजूदा ग्रिड कनेक्टेड पंपों को सोलर पंप्स में परिवर्तित किया जाता है।
  • लाभ: किसान अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेच सकते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है।
  • लक्ष्य: किसानों को सिंचाई के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना और ऊर्जा की बचत करना।

अतिरिक्त जानकारी:

  • सब्सिडी: केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर सोलर पंप्स की लागत पर सब्सिडी प्रदान करती हैं। सामान्यतः केंद्र और राज्य सरकारें प्रत्येक 30% की सब्सिडी प्रदान करती हैं, और बाकी 40% किसान द्वारा वहन किया जाता है।
  • लाभार्थी: योजना का लाभ मुख्य रूप से उन किसानों को प्रदान किया जाता है जो कृषि भूमि के मालिक हैं और सिंचाई के लिए बिजली की आवश्यकता रखते हैं।

प्रधानमंत्री कुसुम योजना का उद्देश्य न केवल किसानों को सौर ऊर्जा का उपयोग करने के लिए प्रेरित करना है, बल्कि उनकी आय में वृद्धि और पर्यावरण संरक्षण भी है।

कुसुम योजना टोल फ्री नंबर क्या है?

The Toll free number of Kusum Yojana is 1800-180-3333.

पीएम कुसुम योजना यूपी क्या है?

प्रधानमंत्री कुसुम योजना यूपी में किसानों को सौर पंप सेट्स और अन्य सौर ऊर्जा उपकरण प्रदान करती है। इसका उद्देश्य सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाना और डीजल पर निर्भरता कम करना है।

पीएम कुसुम योजना के लिए न्यूनतम भूमि कितनी होनी चाहिए?

Pradhanmantri Kusum Yojana के तहत, न्यूनतम भूमि की कोई विशेष सीमा नहीं है। हालांकि, योजना के लाभ के लिए आम तौर पर यह आवश्यक होता है कि आपके पास कृषि भूमि हो।

कुसुम योजना के अंतर्गत कितने घटक हैं?

प्रधानमंत्री कुसुम योजना के अंतर्गत तीन घटक हैं:
 कम्पोनेंट-A (ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट्स), 
कम्पोनेंट-B (स्टैंडअलोन सोलर पंप्स), 
कम्पोनेंट-C (ग्रिड कनेक्टेड सोलराइज्ड पंप्स)।

योजना के तहत सोलर पंप का बिजली उत्पादन कितना होता है?

योजना के तहत सोलर पंप की क्षमता आमतौर पर 1 HP से 10 HP तक होती है, जो 750 वॉट से 7.5 किलोवॉट तक बिजली उत्पन्न कर सकते हैं।

पीएम कुसुम योजना को कौन सा केंद्रीय मंत्रालय लागू कर रहा है?

प्रधानमंत्री कुसुम योजना को केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (Ministry of New and Renewable Energy) लागू कर रहा है।

क्या पीएम कुसुम केंद्र प्रायोजित योजना है?

हाँ, प्रधानमंत्री कुसुम योजना एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसे केंद्रीय सरकार द्वारा राज्य सरकारों के सहयोग से लागू किया जाता है।