कुसुम योजना
कुसुम योजना (किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान) भारत सरकार द्वारा संयुक्त रूप से शुरू की गई एक प्रमुख योजना है। यह योजना किसानों को सोलर ऊर्जा के उपयोग के माध्यम से उनकी कृषि और आय के स्रोतों को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई है।
मुख्य उद्देश्य
- किसानों को सोलर पंप सेट उपलब्ध कराना।
- परंपरागत ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता को कम करना।
- किसानों की आय में वृद्धि करना।
- पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना।
योजना के लाभ
- सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली उत्पादन: किसान अपनी खाली भूमि पर सोलर पैनल लगाकर बिजली उत्पादन कर सकते हैं और इसे ग्रिड को बेचकर अतिरिक्त आय कमा सकते हैं।
- निःशुल्क सोलर पंप सेट: किसानों को सिंचाई के लिए सोलर पंप सेट दिए जाते हैं, जिससे बिजली और डीजल पर निर्भरता खत्म होती है।
- सरकारी सब्सिडी: सोलर पंप और सोलर पैनल लगाने के लिए किसानों को 60-70% तक की सब्सिडी दी जाती है।
- पानी और बिजली की बचत: सोलर पंप के उपयोग से पानी और बिजली का अनावश्यक व्यय कम होता है।
कैसे करें आवेदन?
- किसान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (RRECL) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदन के लिए किसान का भूमि रिकॉर्ड, आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण और पासपोर्ट साइज फोटो आवश्यक होते हैं।
योग्यता और शर्तें
- आवेदक स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आवेदन करने वाले किसान के पास खुद की कृषि भूमि होनी चाहिए।
- योजना का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा, जिनके पास सिंचाई के लिए बिजली या डीजल पंप हैं।
कुसुम योजना का एक क्रांतिकारी कदम है, जो किसानों को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी मदद करता है। इस योजना से न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी।