भारत सरकार द्वारा शुरू की गई कुसुम सोलर योजना का लक्ष्य देश की कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ावा देना है। योजना का पूरा नाम है ‘किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान’। 2019 में शुरू हुई प्रधानमंत्री कुसुम सोलर योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा आधारित पंप सेट और अन्य सौर ऊर्जा उपकरण देना है, जिससे कृषि कार्यों में बिजली की निरंतर आपूर्ति हो सके।
Kusum Solar Yojana में तीन पहलू शामिल हैं। खेतों की सिंचाई के लिए निर्बाध बिजली प्राप्त करने के लिए किसानों को सौर ऊर्जा संचालित पंप सेट प्रदान करना पहला कदम है। दूसरा कारक कृषि पंप सेट को सौर ऊर्जा से जोड़ना है, जो बिजली की बचत करके किसानों को आर्थिक लाभ देता है। तीसरा हिस्सा बंजर और गैर-उपयोगी जमीन पर सोलर पावर प्लांट्स की स्थापना है. इससे अतिरिक्त बिजली बनाई जा सकती है और ग्रिड में भेज दी जा सकती है।
किसानों को PM Kusum Solar Yojana से आर्थिक सहायता मिलती है, जिससे वे सौर ऊर्जा उपकरण खरीदकर अपनी बिजली की जरूरत पूरी कर सकें। इसके अलावा, Pradhan Mantri Kusum Solar Yojana से नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा मिलता है और पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम होती है, जो पर्यावरण को बचाता है। कुल मिलाकर, भारतीय किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और कृषि क्षेत्र में सुधार लाने के लिए शुरू की गई पंतप्रधान कुसुम सोलर योजना एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रधान मंत्री कुसुम सोलर योजना 2024 Overview
कुसुम सोलर योजना 2024 का अवलोकन
घटक | विवरण | उद्देश्य | लाभ |
Component-A | सोलर पावर प्लांट की स्थापना | किसानों की बंजर और अनुपयोगी भूमि पर सोलर पावर प्लांट्स स्थापित करना | अतिरिक्त आय का स्रोत राष्ट्रीय ग्रिड में सौर ऊर्जा का योगदान |
Component-B | सौर ऊर्जा संचालित पंप सेट | किसानों को सौर ऊर्जा संचालित पंप सेट प्रदान करना | निर्बाध बिजली आपूर्तिबिजली खर्च में बचत |
Component-C | कृषि पंप सेट का सोलराइजेशन | पारंपरिक बिजली पर निर्भरता कम करने के लिए कृषि पंप सेट को सोलराइज करना | बिजली की बचतउत्पादन लागत में कमी |
पीएम कुसुम सोलर योजना के अन्य विवरण
Category | Overview |
Launch Year | March 2019 |
Objective | कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाना |
Key Benefits | आर्थिक लाभ, पर्यावरण संरक्षण, बिजली की बचत, आत्मनिर्भरता |
Financial Assistance | केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा सब्सिडी |
Environmental Impact | कार्बन उत्सर्जन में कमी, नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग |
पी एम कुसुम सोलर योजना के प्रमुख उद्देश्य
Objective | Overview |
सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा | किसानों को सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा स्रोत प्रदान करना |
कृषि उत्पादन वृद्धि | सिंचाई में सुधार कर कृषि उत्पादन बढ़ाना |
ऊर्जा लागत कम करना | बिजली की लागत कम करना और किसानों की आय बढ़ाना |
पर्यावरण संरक्षण | नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग बढ़ाना और पर्यावरण को लाभ पहुँचाना |
कुसुम सोलर योजना 2024 का मुख्य उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना, कृषि क्षेत्र में ऊर्जा की लागत कम करना और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। P M Kusum Solar Yojana के माध्यम से किसानों को सौर ऊर्जा के उपयोग में प्रेरित किया जाता है, जिससे उनकी बिजली की जरूरतें पूरी होती हैं और उन्हें अतिरिक्त आय का स्रोत भी मिलता है।
Kusum Yojana विभिन्न राज्यों द्वारा प्रधानमंत्री कुसुम सोलर योजना के अनुरूप अपने-अपने स्तर पर लागू की गई योजनाओं को संदर्भित करती है। यह योजना राज्य स्तर पर किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों को सौर ऊर्जा के लाभ देने के लिए बनाई गई है। विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री इस योजना को स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार लागू करते हैं।
What Is The Eligibility Criteria For Kusum Solar Yojana?
कुसुम सोलर योजना के लिए पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं:
- कृषक/किसान होना:
- योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक का किसान होना अनिवार्य है।
- भूमि स्वामित्व:
- आवेदक के पास कृषि भूमि होनी चाहिए। भूमि के स्वामित्व के प्रमाण के रूप में भूमि रिकॉर्ड प्रस्तुत करने होंगे।
- सोलर पावर प्लांट के लिए भूमि:
- सोलर पावर प्लांट की स्थापना के लिए किसान के पास बंजर या अनुपयोगी भूमि होनी चाहिए।
- पंप सेट के लिए पात्रता:
- जो किसान सौर ऊर्जा संचालित पंप सेट का लाभ लेना चाहते हैं, उनके पास पहले से ही डीजल/बिजली पंप सेट होना चाहिए।
- नवीकरणीय ऊर्जा उपयोगकर्ता:
- किसान को नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के प्रति जागरूक और इच्छुक होना चाहिए।
- राज्य/केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित अन्य मानदंड:
- कुछ राज्यों में अलग-अलग मानदंड हो सकते हैं, जिन्हें राज्य सरकार या केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है। आवेदक को इन मानदंडों को भी पूरा करना होगा।
- अन्य योजनाओं के तहत लाभार्थी नहीं होना:
- कुछ मामलों में, यह आवश्यक हो सकता है कि किसान अन्य समान सरकारी योजनाओं के तहत लाभार्थी न हो।
- आवश्यक दस्तावेज:
- पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, पैन कार्ड, आदि)
- भूमि स्वामित्व के प्रमाण
- बैंक खाता विवरण
- अन्य आवश्यक दस्तावेज जो राज्य या केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित किए गए हों।
यह पात्रता मानदंड राज्य सरकार की नीतियों और केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। आवेदकों को योजना के बारे में विस्तृत जानकारी और पात्रता मानदंड के लिए आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित सरकारी कार्यालय से संपर्क करना चाहिए।
Kusum Solar Yojana Maharashtra में क्यों चलायी गयी?
Pradhan Mantri Kusum Solar Yojana Maharashtra में किसानों को सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने और उनकी बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। कुसुम सोलर योजना महाराष्ट्र में कई महत्वपूर्ण कारणों से चलाई गई है। महाराष्ट्र एक प्रमुख कृषि राज्य है, और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार और पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से PM Kusum Solar Yojana Maharashtra में विशेष रूप से फायदेमंद साबित हो सकती है। महाराष्ट्र में कुसुम सोलर योजना को चलाने के कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
- कृषि उत्पादन में सुधार:
- महाराष्ट्र में कई क्षेत्र कृषि पर निर्भर हैं, और सिंचाई के लिए निर्बाध और सस्ती बिजली की आवश्यकता होती है। सोलर पंप सेट और सोलर पावर प्लांट की स्थापना से किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती और स्थायी बिजली मिलती है, जिससे उनकी कृषि उत्पादन में वृद्धि होती है।
- बिजली की कमी को दूर करना:
- महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की कमी और अस्थिरता एक बड़ी समस्या है। सौर ऊर्जा के उपयोग से किसानों को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिलती है, जिससे उनकी खेती के कार्यों में रुकावट नहीं आती।
- पर्यावरण संरक्षण:
- सौर ऊर्जा एक स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है, जो पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों की तुलना में पर्यावरण के लिए अधिक अनुकूल है। कुसुम सोलर योजना के माध्यम से सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देकर महाराष्ट्र सरकार पर्यावरण संरक्षण में योगदान कर रही है।
- आर्थिक बचत और आत्मनिर्भरता:
- सोलर पंप सेट और सोलर पावर प्लांट की स्थापना से किसानों की बिजली लागत में कमी आती है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। साथ ही, सौर ऊर्जा के उपयोग से किसान बिजली आपूर्ति के मामले में आत्मनिर्भर बनते हैं।
- सरकारी सब्सिडी और प्रोत्साहन:
- महाराष्ट्र सरकार कुसुम सोलर योजना के तहत किसानों को सब्सिडी और वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिससे सोलर पंप सेट और सोलर पावर प्लांट की लागत कम हो जाती है। यह आर्थिक प्रोत्साहन किसानों को सौर ऊर्जा के उपयोग के लिए प्रेरित करता है।
- सौर ऊर्जा का व्यापक उपयोग:
- महाराष्ट्र में सौर ऊर्जा की व्यापक संभावनाएँ हैं। राज्य में साल भर अच्छी धूप मिलती है, जो सोलर पावर प्लांट और सोलर पंप सेट के लिए उपयुक्त है। इस योजना के माध्यम से सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाकर राज्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा किया जा सकता है।
kusum solar yojana maharashtra में काफी जगहों पर चलायी गयी है जैसे:
अहमदनगर: कुसुम सोलर योजना अहमदनगर महाराष्ट्र में सौर ऊर्जा से सिंचाई की सुविधाओं को बढ़ावा देने और किसानों की बिजली की लागत को कम करने के लिए चलाई गई है।
जालना: कुसुम सोलर योजना जालना, महाराष्ट्र में कृषि उत्पादन को बढ़ाने और बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए लागू की गई है।
बीड: कुसुम सोलर योजना बीड, महाराष्ट्र का उद्देश्य किसानों को सस्ती और स्थायी ऊर्जा उपलब्ध कराना और जलवायु पर प्रभाव को कम करना है।
नाशिक: कुसुम सोलर योजना नाशिक, महाराष्ट्र का लक्ष्य सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाना और किसानों को सिंचाई में सहायता प्रदान करना है।
कुसुम सोलर योजना महाराष्ट्र में किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने, कृषि उत्पादन में वृद्धि करने, और पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से चलाई गई है। इस योजना से किसानों को सस्ती, स्वच्छ, और स्थायी ऊर्जा स्रोत मिलते हैं, जिससे वे अपने खेती के कार्यों को अधिक प्रभावी ढंग से कर सकते हैं और उनकी आय में वृद्धि होती है। साथ ही, यह योजना राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान देती है।
What is महाऊर्जा कुसुम सोलर योजना?
महाऊर्जा कुसुम सोलर योजना महाराष्ट्र सरकार द्वारा लागू की गई एक विशेष पहल है, जिसका उद्देश्य राज्य में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत, किसानों को सोलर पंप सेट्स और सोलर पावर प्लांट्स प्रदान किए जाते हैं, ताकि वे अपनी सिंचाई की जरूरतों को सौर ऊर्जा के माध्यम से पूरा कर सकें। योजना के तहत किसानों को वित्तीय सहायता और सब्सिडी प्रदान की जाती है, जिससे सोलर पंप सेट्स की लागत को कम किया जा सके। आवेदन करने के लिए किसानों को महाऊर्जा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण करना होता है। यह योजना राज्य में ऊर्जा संकट को दूर करने और ग्रामीण विकास को सशक्त बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। इसके माध्यम से, पर्यावरणीय लाभ भी सुनिश्चित किए जाते हैं, जैसे कि कम कार्बन उत्सर्जन।
How To Do Kusum Solar Yojana Registration?
Kusum Solar Yojana के अंतर्गत पंजीकरण करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन किया जा सकता है:
1. आवश्यक दस्तावेज़ तैयार करें
- पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, पैन कार्ड, आदि।
- भूमि स्वामित्व प्रमाण: भूमि रिकॉर्ड या रजिस्टर की कॉपी।
- बैंक खाता विवरण: बैंक खाता नंबर और IFSC कोड।
- किसान के अन्य दस्तावेज़: भूमि का उपयोग प्रमाण पत्र, पंजीकरण प्रमाण पत्र आदि।
2. स्थानीय कृषि विभाग से संपर्क करें
- अपने जिले या राज्य के कृषि विभाग या ऊर्जा विभाग के कार्यालय से संपर्क करें और योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
3. ऑनलाइन पंजीकरण करें
- कई राज्यों में कुसुम सोलर योजना ऑनलाइन फॉर्म सुविधा उपलब्ध है। इसके लिए निम्नलिखित साइट्स पर जाएँ:
- केंद्र सरकार की आधिकारिक वेबसाइट: MNRE (Ministry of New and Renewable Energy)
- राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट: विभिन्न राज्यों की वेबसाइट्स पर भी कुसुम योजना के लिए आवेदन लिंक उपलब्ध हो सकते हैं।
- ऑनलाइन आवेदन पत्र भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
4. आवेदन पत्र भरें
- योजना की वेबसाइट या संबंधित विभाग की साइट पर जाकर आवेदन पत्र भरें।
- सभी आवश्यक जानकारी और दस्तावेज़ प्रदान करें।
5. आवेदन पत्र सबमिट करें
- आवेदन पत्र भरने के बाद, इसे सबमिट करें और आपको एक आवेदन संख्या प्राप्त होगी। इस संख्या का उपयोग आवेदन की स्थिति की जांच के लिए किया जा सकता है।
6. ऑफलाइन पंजीकरण (यदि ऑनलाइन संभव नहीं हो)
- यदि ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा नहीं है, तो आप संबंधित कृषि या ऊर्जा विभाग के कार्यालय में जाकर पंजीकरण फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं।
- फॉर्म भरकर और सभी दस्तावेजों के साथ सबमिट करें।
7. अनुसरण और फॉलो-अप
- आवेदन के बाद, संबंधित विभाग द्वारा आपके आवेदन की समीक्षा की जाएगी। इस प्रक्रिया में कुछ समय लग सकता है।
- आवेदन की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित विभाग से संपर्क में रहें।
इस प्रकार, आप Pradhanmantri Kusum Solar Yojana के लिए पंजीकरण कर सकते हैं और योजना के लाभ प्राप्त कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए स्थानीय सरकारी विभागों या आधिकारिक वेबसाइट्स पर संपर्क करें।
What Is PM Kusum Solar Yojana Subsidy?
PM Kusum Solar Yojana Subsidy किसानों को सौर ऊर्जा उपकरणों की लागत को कम करने के लिए प्रदान की जाती है। इस योजना में, केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर कुल लागत का 60% तक की सब्सिडी प्रदान करती हैं। इसके अतिरिक्त, किसानों को 10% तक की लागत खुद वहन करनी होती है, और शेष 30% लागत को बैंक से ऋण के रूप में प्राप्त किया जा सकता है। इस वित्तीय सहायता का उद्देश्य सौर पंप सेट और सोलर पावर प्लांट्स की स्थापना को प्रोत्साहित करना है, ताकि किसानों को सस्ती और स्थायी ऊर्जा मिल सके। सब्सिडी की राशि और पात्रता मानदंड विभिन्न राज्यों में भिन्न हो सकते हैं, इसलिए स्थानीय कृषि या ऊर्जा विभाग से संपर्क करना महत्वपूर्ण है।
Kusum Solar Yojana कौन कौन से राज्यों में चलायी गयी है?
कुसुम सोलर योजना भारत के कई राज्यों में लागू की गई है। यह योजना विशेष रूप से उन क्षेत्रों में फायदेमंद साबित हो रही है जहां कृषि पर निर्भरता अधिक है और जहां सौर ऊर्जा का उपयोग किया जा सकता है। निम्नलिखित प्रमुख राज्यों में कुसुम सोलर योजना लागू की गई है:
- Kusum Solar Yojana Haryana
- Kusum Solar Yojana Rajasthan
- Kusum Solar Yojana Uttar Pradesh
- Kusum Solar Yojana Gujarat
- Kusum Solar Yojana Karnataka
इन राज्यों में योजना के तहत सौर पंप सेट्स, सोलर पावर प्लांट्स, और अन्य सौर ऊर्जा आधारित सुविधाएँ स्थापित की जा रही हैं। योजना का उद्देश्य किसानों को सस्ती और स्थायी ऊर्जा प्रदान करना, सिंचाई की सुविधा को बेहतर बनाना, और पर्यावरण की रक्षा करना है।
How to do Kusum Solar Yojana status Check?
कुसुम सोलर योजना की स्थिति की जांच करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
कुसुम सोलर योजना की स्थिति की जांच कैसे करें
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:
- सबसे पहले, कुसुम सोलर योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। यह वेबसाइट केंद्र सरकार की MNRE (Ministry of New and Renewable Energy) या राज्य सरकार की संबंधित ऊर्जा विभाग की हो सकती है।
- लॉगिन करें:
- यदि आपने पहले से एक खाता बनाया है, तो अपनी लॉगिन जानकारी के साथ लॉगिन करें। अगर आपने खाता नहीं बनाया है, तो आप “रजिस्टर” या “नया खाता बनाएं” पर क्लिक करके एक नया खाता बना सकते हैं।
- स्थिति जांचें:
- लॉगिन करने के बाद, वेबसाइट पर उपलब्ध “आवेदन की स्थिति” या “स्टेटस चेक” लिंक पर क्लिक करें। यह लिंक आमतौर पर मुख्य मेनू या डैशबोर्ड पर होता है।
- आवेदन संख्या दर्ज करें:
- आपके आवेदन की स्थिति की जांच करने के लिए आपको अपना आवेदन नंबर (Application Number) या पंजीकरण नंबर (Registration Number) दर्ज करना होगा।
- आवेदन की स्थिति देखें:
- आवेदन संख्या दर्ज करने के बाद, “जांचें” या “सबमिट” बटन पर क्लिक करें। इससे आपको आपके आवेदन की वर्तमान स्थिति दिखाई देगी, जैसे कि स्वीकृत, लंबित, या अस्वीकृत।
- संपर्क करें:
- यदि आपको वेबसाइट पर स्थिति की जानकारी नहीं मिलती है, तो आप संबंधित विभाग के हेल्पडेस्क या संपर्क नंबर पर कॉल करके सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
आप PM Kusum Solar Yojana Beneficiary List भी देख सकते हैं| इन चरणों का पालन करके आप आसानी से कुसुम सोलर योजना की स्थिति की जांच कर सकते हैं।
कुसुम सोलर योजना यादी समझाओ|
कुसुम सोलर योजना यादी एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो योजना के तहत लाभार्थियों और परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान करती है। यह यादी लाभार्थियों के नाम, उनके पंजीकरण की स्थिति, और उन परियोजनाओं की सूची शामिल करती है जिनके तहत सोलर पंप सेट्स और सोलर पावर प्लांट्स की स्थापना की गई है। इसमें आमतौर पर लाभार्थियों के विवरण जैसे नाम, आवेदन संख्या, और स्वीकृत सब्सिडी की राशि शामिल होती है। यह यादी योजना की पारदर्शिता को सुनिश्चित करती है और लाभार्थियों को उनकी स्थिति की जांच करने का अवसर प्रदान करती है।
इस यादी को राज्य ऊर्जा विभाग या कुसुम सोलर योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर देखा जा सकता है। इसे नियमित रूप से अपडेट किया जाता है ताकि लाभार्थियों को ताजे और सटीक विवरण मिल सकें। यादी का उद्देश्य योजना के कार्यान्वयन की निगरानी करना और सुनिश्चित करना है कि सभी पात्र लाभार्थियों को उचित लाभ प्राप्त हो। यह भी संभावित समस्याओं या त्रुटियों की पहचान करने में मदद करती है, जिससे उन्हें समय पर ठीक किया जा सके।
कुसुम सोलर योजना के तहत, सोलर पंप सेट्स पर लगभग 30% से 60% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है, जो केंद्र और राज्य सरकार द्वारा मिलकर दी जाती है। सोलर पावर प्लांट्स के लिए भी इसी प्रकार की सब्सिडी की व्यवस्था होती है। यह सब्सिडी कुल लागत को कम करती है और किसानों को सस्ती सौर ऊर्जा उपलब्ध कराती है।
कुसुम सोलर योजना के तहत सोलर पैनल्स की देखभाल और मेंटेनेंस के लिए नियमित सफाई आवश्यक है, जिससे धूल और गंदगी पैनल्स की दक्षता को प्रभावित न करें। पैनल्स को समय-समय पर निरीक्षण और जरूरी मरम्मत के लिए पेशेवर तकनीकी सहायता प्राप्त करनी चाहिए। इसके अतिरिक्त, पैनल्स के कनेक्शनों और तारों की सही स्थिति बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री कुसुम सोलर पंप योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करके आवेदन फॉर्म भरें। इसके बाद, अपने आवेदन की स्थिति की जांच के लिए वेबसाइट पर नियमित रूप से अपडेट देखें।
कुसुम सोलर योजना के तहत ऊर्जा उत्पादन और उपयोग की निगरानी सौर पैनल्स और पंप सेट्स पर लगे मीटरों के माध्यम से की जाती है। इन मीटरों द्वारा ऊर्जा उत्पादन और उपयोग की डेटा को नियमित रूप से रिकॉर्ड किया जाता है। इसके अतिरिक्त, विभागीय अधिकारी और तकनीकी निरीक्षक समय-समय पर स्थलीय निरीक्षण करके प्रगति की निगरानी करते हैं।
कुसुम सोलर योजना के तहत, राज्य और केंद्र सरकार की सब्सिडी सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है, जो सोलर पंप सेट्स या पावर प्लांट्स की कुल लागत का एक हिस्सा कवर करती है। सब्सिडी का वितरण योजना के तहत स्वीकृत परियोजनाओं और लागत अनुमोदन के आधार पर किया जाता है।
कुसुम सोलर योजना की सफलता की मापदंडों में सोलर पंप सेट्स और पावर प्लांट्स की स्थापना की संख्या, ऊर्जा उत्पादन की क्षमता, और लाभार्थियों की संतुष्टि शामिल है। इसके अतिरिक्त, योजना के तहत पर्यावरणीय लाभ और ऊर्जा लागत में कमी को भी मापदंडों में शामिल किया जाता है।